है क़सम कर तू हिफ़ाजत है तेरा आज़म वतन ये। है क़सम कर तू हिफ़ाजत है तेरा आज़म वतन ये।
अपनों के वास्ते कभी सपनों के वास्ते, बदलते रहे अपने उसूलों के रास्ते। अपनों के वास्ते कभी सपनों के वास्ते, बदलते रहे अपने उसूलों के रास्ते।
मुझे मेरे देश में अमन चाहिए। मुझे मेरे देश में अमन चाहिए।
एक है मिट्टी एक है वतन फले फूले हमारा चमन। गुलशन में, इस बगियन में, तरह तरह के फूल ख एक है मिट्टी एक है वतन फले फूले हमारा चमन। गुलशन में, इस बगियन में, तरह...
सरफरोशी का ख़्याल तब हमारे दिल में आया था, लहू का प्रत्येक कतरा इंकलाब लाया था, सरफरोशी का ख़्याल तब हमारे दिल में आया था, लहू का प्रत्येक कतरा इंकलाब ल...
भाईचारा जब वतन पर होगा द्वेष तब ना किसी मन पर होगा ! भाईचारा जब वतन पर होगा द्वेष तब ना किसी मन पर होगा !